खुद से ही पूछती हूं, आखिर कौन सी दुनिया में रहती हो तुम ? खुद से ही पूछती हूं, आखिर कौन सी दुनिया में रहती हो तुम ?
हर हिंदुस्तानी की जुबाँ पे वन्दे मातरम ही नाम है ये। हर हिंदुस्तानी की जुबाँ पे वन्दे मातरम ही नाम है ये।
तब हम गर्व से कहेंगे ए है हमारी देश भक्ति की पहचान। तब हम गर्व से कहेंगे ए है हमारी देश भक्ति की पहचान।
यहां पर राम जन्मे थे यहीं पर जन्मे थे गोविंद यहां के संत ज्ञानेश्वर परमहंस और श्री अर यहां पर राम जन्मे थे यहीं पर जन्मे थे गोविंद यहां के संत ज्ञानेश्वर परमहंस और...
भगत सिंह को एक गर्व की सलामी देते हैं आओ वीर जवानों की दास्तान सुनाते हैं। भगत सिंह को एक गर्व की सलामी देते हैं आओ वीर जवानों की दास्तान सुनाते हैं।
हिन्द को नमन जय हिन्द है नमन धरती और गगन वंदे मातरम है वतन. हिन्द को नमन जय हिन्द है नमन धरती और गगन वंदे मातरम है वतन.